ब्लॉगस्पॉट के ब्लॉग पर पाठकों की संख्या कैसे बढायें
SEO की दृष्टि से वर्डप्रेस निश्चित तौर पर ब्लॉगर से बढ़िया विकल्प है. (वर्डप्रेस और ब्लॉगर की तुलना के लिए यहाँ देखें.) लेकिन, बिना किसी आर्थिक निवेश के सफलतापूर्वक ब्लॉगिंग को संभव बनाने के कारण ब्लॉगर ब्लॉग लेखकों में काफी लोकप्रिय है. ब्लॉगर का इस्तेमाल करने वाले ब्लॉग लेखकों के साथ सबसे बड़ी समस्या है, अपने ब्लॉग की पहुँच बढ़ाना. शुरूआती वृद्धि के बाद एक समय ऐसा आता है कि आपके ब्लॉग की रीच (पहुँच) स्थिर हो जाती है. आप नियमित तौर पर अपना ब्लॉग अपडेट करते हैं, लेकिन पाठकों की संख्या वही रहती है, जो एक महीने पहले थी. क्या करें? यह प्रश्न आमतौर पर हर शौकिया ब्लॉगर के सामने आता है. यहीं पर सामने आती है SEO, यानी सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन की. SEO आपके ब्लॉग की पहुँच को अविश्वसनीय ढंग से बढ़ा सकता है. कुछ उपायों के द्वारा आप भी अपने ब्लॉग को सर्च इंजन के लिए ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं और इस प्रकार उसे नए पाठकों तक पहुंचा सकते हैं. आइये देखते हैं, कैसे ?
पेज लोड टाइम ऑप्टिमाइजेशन :
किसी भी ब्लॉग को सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ करने के लिए सबसे ज़रूरी है, उसके पेज लोडिंग समय को कम से कम करना. सर्च इंजन उन ब्लॉग्स की रैंकिंग कम कर देते हैं, जिन्हें लोड होने में ज्यादा समय लगता है. इसलिए SEO के लिए कोई भी अन्य उपाय करने से पहले अपने ब्लॉग के पेज लोडिंग समय को कम से कम से कम करें. इसके बारे में विस्तार से जानकारी के लिए यहाँ देखें.
कीवर्ड्स का इस्तेमाल करें
सबसे पहला सवाल – कीवर्ड्स क्या हैं? जवाब है कीवर्ड्स वो शब्द हैं जो आपके पोस्ट के विषय को परिभाषित करते हैं. सीधे और सरल शब्दों में कहें तो कीवर्ड्स वो शब्द या पद हैं जिन्हें प्रयोक्ता अपनी सर्च के लिए सर्च इंजन में इंटर करता है. आपकी पोस्ट में सही जगहों पर सही कीवर्ड्स का प्रयोग इन्टरनेट पर आपके ढूंढें जाने की संभावनाएँ बढ़ा देता है.SEO की दृष्टि से कीवर्ड्स की भूमिका पहले से घटी है, लेकिन अब भी ये काफी महत्वपूर्ण हैं. अपने पोस्ट में कीवर्ड्स का इस्तेमाल सोच समझकर और सुनियोजित ढंग से करें.
सही कीवर्ड्स की पहचान
अपने ब्लॉग और अपनी पोस्ट्स के लिए सही कीवर्ड्स की पहचान करें. अर्थात् अपने विषय से संबंधित लोकप्रिय शब्दों को ढूंढें. इसके लिए आप Google Adwords Keyword Tool और semrush.com जैसे ऑनलाइन टूल्स की मदद ले सकते हैं. इसके अतिरिक्त अपने विषय से संबंधित अन्य ब्लॉग्स को चेक करें कि वो किन शब्दों पर फोकस कर रहे हैं. इससे आपको अपने ब्लॉग के लिए कीवर्ड्स की सूची बनाने में मदद मिलेगी.
कीवर्ड्स का इस्तेमाल कहाँ करें ?
कीवर्ड्स का इस्तेमाल आप कई स्थानों पर कर सकते हैं. कोशिश करें कि निम्न स्थानों पर कीवर्ड्स ज़रूर हों…
- पोस्ट के टाइटल में
- पोस्ट की हेडिंग्स , सबहेडिंग्स में
- पोस्ट के पहले वाक्य (Introductory Sentence) में
- इमेज के टाइटल टेक्स्ट, कैप्शन और अल्टरनेटिव टेक्स्ट (alt text) में
- पोस्ट के मेटा डिस्क्रिप्शन में
- पोस्ट के स्लग (यूआरएल) में
कीवर्ड्स का इस्तेमाल कितना करें ?
किसी पोस्ट में कितने प्रतिशत शब्द कीवर्ड्स के रूप में डाले जा सकते हैं? ध्यान रहे, अगर आपने अपने पोस्ट में ज़रुरत से ज्यादा कीवर्ड्स ठूंस रखे हैं तो गूगल इसे दंडित कर सकता है और आपके ब्लॉग की रैंकिंग नीचे जा सकती है. इसलिए पोस्ट में कीवर्ड्स का इस्तेमाल जितना ज़रूरी है, उतना ही ज़रूरी है, यह ध्यान रखना कि कीवर्ड्स बहुत ज्यादा न हो जाएँ. आदर्श कीवर्ड्स डेंसिटी क्या हो? किसी 100 शब्दों के पोस्ट में कीवर्ड्स की संख्या को कीवर्ड्स डेंसिटी कहते हैं. गूगल की मानें, तो आदर्श कीवर्ड डेंसिटी का कोई फार्मूला नहीं है. गूगल आपको सामान्य ढंग से पोस्ट लिखने की सलाह देता है . अर्थात् , ऐसा न लगे कि आप पोस्ट लिखने की बजाय कीवर्ड्स की लिस्ट तैयार कर रहे हैं. इसे गहराई से समझने के लिए गूगल की वेबस्पैम विभाग के मुखिया रहे मैट कट्स का यह वीडियो देखें.
सामान्य समझ के अनुसार, कीवर्ड डेंसिटी 1% से 3% प्रतिशत के बीच रहनी चाहिए. अर्थात् 1000 शब्दों के पोस्ट में कीवर्ड्स 10 से 30 के बीच होने चाहिए. मैं अमूमन 2.5% के आसपास कीवर्ड्स प्रयोग करता हूँ.
इंटरनल लिंकिंग
इंटरनल लिंक आपके ब्लॉग के ही दूसरे पोस्ट्स के लिंक होते हैं. SEO के लिहाज़ से ये लिंक कई कारणों से महत्वपूर्ण हैं, जिनमें मुख्य हैं….
- ये विजिटर को आपके ब्लॉग पर सूचनाओं को ढूँढने में मदद करते हैं.
- इन लिंक्स के सहारे विजिटर आपके पूरे ब्लॉग को नेविगेट कर सकता है.
- ये आपके ब्लॉग पर उपलब्ध सूचनाओं का एक नेटवर्क तैयार करते हैं.
- ये सर्च इंजन्स को आपके ब्लॉग के ज्यादा से ज्यादा लिंक (मतलब अच्छी रैंकिंग) उपलब्ध कराते हैं.
पोस्ट में जहाँ कहीं भी ऐसी चर्चा आये, जिसके बारे में आपने किसी और पोस्ट में बात की हो, उसे उस पोस्ट से लिंक कीजिये.
मेटा डिस्क्रिप्शन
मेटा डिस्क्रिप्शन वो जानकारी होती है, जो सर्च इंजन्स आपके ब्लॉग और पोस्ट्स की इंडेक्सिंग में इस्तेमाल करते हैं. आप किसी ब्लॉग या वेबसाइट की लिंक फेसबुक या वाट्सएप पर शेयर कीजिये. प्रीव्यू में साइट के नाम के नीचे जो कुछ शब्दों का परिचय दिखता है, वो मेटा डिस्क्रिप्शन है. ये सर्च इंजन का प्रयोग करने वालों को आपकी साइट का परिचय देते हैं. आपको न सिर्फ अपने ब्लॉग के लिए, बल्कि हर पोस्ट के लिए बढ़िया मेटा डिस्क्रिप्शन इस्तेमाल करना चाहिए.
ब्लॉगर में मेटा डिस्क्रिप्शन का इस्तेमाल कैसे करें?
- अपने ब्लॉगर के लेफ्ट पैनल में settings और उसमें search preferences को क्लिक कीजिये .
- सबसे पहले विकल्प मेटा टैग्स का होगा. यहाँ आप अपने ब्लॉग के लिए मेटा डिस्क्रिप्शन सेट कर सकते हैं.
- अब आपके पोस्ट की सेटिंग्स में भी search description का एक नया विकल्प दिखाई देगा. यहाँ आप अपने पोस्ट के लिए मेटा डिस्क्रिप्शन सेट कर सकते हैं.
कस्टम यूआरएल का प्रयोग
ब्लॉगर आपके पोस्ट के लिए ऑटोमेटिक यूआरएल (slug) सेट करता है. लेकिन ब्लॉगर के डिफ़ॉल्ट यूआरएल सर्च इंजन फ्रेंडली नहीं होते. आप अपने कीवर्ड्स के साथ अपने पोस्ट के लिए कस्टम यूआरएल बना सकते हैं. इसके लिए पोस्ट लिखते समय दाहिने पैनल की पोस्ट सेटिंग्स में links पर क्लिक कीजिये. यहाँ आपको Permalink शीर्षक के अंदर दो विकल्प दिखेंगे- Automatic Permalink और Custom Permalink. Custom Permalink के सामने के चेकबॉक्स को क्लिक करें. अब जो बॉक्स खुले उसमें अपना मनपसंद लिंक सेट करें. यूआरएल सेट करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें—
- ज्यादा लंबे यूआरएल न रखें. इनकी आदर्श लम्बाई 50 करैक्टर के आस पास होनी चाहिए.
- कोशिश करें कि यूआरएल आपके पोस्ट टाइटल से बहुत ज्यादा अलग न हो.
- यूआरएल में कीवर्ड का इस्तेमाल करें
- स्टॉप वर्ड्स ( a,an,the,of,for,by,in आदि ) का प्रयोग कम से कम करें.
इमेज ऑल्ट टैग्स और कैप्शन्स
इमेज ऑल्ट टैग और इमेज कैप्शन में कीवर्ड्स के इस्तेमाल की चर्चा हम कर चुके हैं. ब्लॉगर में ऑल्ट टैग और कैप्शन ऐड/एडिट करना काफी आसान है. पोस्ट में इस्तेमाल की गयी किसी भी इमेज को क्लिक करें. कई विकल्प दिखेंगे, जिनमें एक कैप्शन का होगा. कैप्शन सेट करने के बाद इन्हीं विकल्पों में से प्रॉपर्टीज पर क्लिक करें. यहाँ आप Title Text और alt text सेट कर सकते हैं.
मेल सब्सक्रिप्शन /फीड/ ब्राउज़र नोटिफिकेशन
अपने ब्लॉग को पाठकों द्वारा सब्सक्राइब करने के लिए आसान विकल्प दें, ताकि हर नए पोस्ट की सूचना उन तक पहुँच सके. इसके लिए तीन प्रमुख तरीके इस्तेमाल किये जा सकते हैं-
मेल सब्सक्रिप्शन
ब्लॉग पर ईमेल सब्सक्रिप्शन के लिए गैजेट लगाएं. ईमेल के साथ पूरी पोस्ट की बजाय उसका एक हिस्सा पोस्ट की लिंक के साथ दें.
फीड
अपने ब्लॉग के rss तथा atom फीड के लिए लिंक्स तैयार करें और उन्हें सही जगह दर्शायें. फीड को इनेबल करने के लिए ब्लॉग के लेफ्ट पैनल में Settings–>Other–>Site Feed पर जाएँ. Allow Blog Feed को Short पर सेट करें. अब फीड के लिंक्स तैयार करें, जो कुछ इस प्रकार के होंगे —-
RSS : http://yourblogurl/feeds/posts/default?alt=rss
Atom: http://yourblogurl/feeds/posts/default
Yourblogurl को अपने ब्लॉग के एड्रेस से रिप्लेस कर दें. अब इन लिंक्स को अपने ब्लॉग के फूटर सेक्शन में या साइडबार में कहीं दिखाएँ.
ब्राउज़र नोटिफिकेशन
आप अपने ब्लॉग पर ब्राउज़र के लिए पुश नोटिफिकेशन भी सेट कर सकते हैं. इससे पुश नोटिफिकेशन की अनुमति देने वाले विजिटर्स को हर नए पोस्ट की सूचना तुरंत मिलेगी.
पोस्ट टाइटल को ब्लॉग टाइटल से पहले रखें
ब्लॉगर डिफ़ॉल्ट रूप से ब्लॉग टाइटल को पोस्ट टाइटल से पहले दिखाता है. यह SEO के लिहाज़ से लाभप्रद स्थिति नहीं है क्योंकि आपके पोस्ट का टाइटल सर्च रिजल्ट्स में नहीं दिखेगा. आप अपने ब्लॉग के html में थोड़ा सा बदलाव कर अपने पोस्ट टाइटल को ब्लॉग टाइटल से पहले दिखा सकते हैं. इसके लिए
अपने ब्लॉग के लेफ्ट पैनल में Theme पर क्लिक करें.
अब theme के Edit HTML पर क्लिक करें.
Theme के कोड में ctrl F की सहायता से निम्नलिखित कोड को ढूंढें…
title><data:blog.pagetitle/></title>
अब इस कोड को निम्नलिखित कोड से रिप्लेस कर दें..
<b:if cond= 'data:blog.pageType == "index"'>
<title><data:blog.title/></title>
<b:else/>
<title><data:blog.pageName/></title>
</b:if>
सोशल मीडिया का इस्तेमाल
अपने ब्लॉग पोस्ट के लिंक को सोशल मीडिया (फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस आदि ) पर शेयर करें. पोस्ट को सोशल प्लेटफॉर्म्स पर ऑटोमेटिक शेयर करने के लिए आप https://hootsuite.com या https://dlvrit.com के फ्री प्लान का सहारा ले सकते हैं.
बाहरी लिंक्स के साथ nofollow एट्रिब्यूट जोड़ें
अपनी पोस्ट्स में हम कई बार सन्दर्भ के लिए किसी अन्य वेबसाइट का लिंक देते हैं. nofollow का एट्रिब्यूट जोड़कर हम सर्च इंजन्स के रोबोट्स को निर्देश देते हैं कि वो उन लिंक्स को फॉलो न करें.
इसके लिए लिंक एडिट करते समय बॉक्स में नीचे दिए गए Add ‘rel=nofollow’ attribute को क्लिक करें.
साइटमैप का इस्तेमाल करें
साइटमैप आपके ब्लॉग के सारे यूआरएल की लिस्ट होती है. यह xml और html फाइल्स के रूप में होती है. Xml साइटमैप सर्च इंजन्स को आपके सारे यूआरएल की सूचना देता है, ताकि उनके रोबोट्स इन लिंक्स को क्रॉल करके इनकी इंडेक्सिंग कर सकें. दूसरी और, html साइटमैप नेविगेशन में ब्लॉग विजिटर की सहायता के लिए होता है.
गूगल पर अपना साइटमैप सबमिट करने के लिए गूगल सर्च कंसोल (वेबमास्टर टूल्स) पर अपने ब्लॉग को जोड़ें और अपने का xml साइटमैप वहाँ सबमिट करें. (पढ़ें: साइटमैप को गूगल पर सबमिट कैसे करें )
इन उपायों को अपना कर आप अपने ब्लॉग को सर्च इंजन्स के लिए ऑप्टीमाइज़्ड कर सकते हैं. अब आखिरी और सबसे महत्वपूर्ण कार्य है, अच्छी गुणवत्ता के नियमित कंटेंट. सिर्फ पोस्ट करने के लिए कोई पोस्ट न करें. अपने पोस्ट की गुणवत्ता पर हमेशा ध्यान दें. साथ ही, नियमित अंतराल पर पोस्ट करें. अगर इस सम्बन्ध में कोई और समस्या या प्रश्न हो तो कमेन्ट बॉक्स में पूछें.
विकास नैनवाल
अगस्त 22, 2018 @ 6:02 अपराह्न
लाभप्रद जानकरी। इन में से ज्यादातर चीजें तो मैं करता हूँ लेकिन मेटा टैग वाली बात मेरे लिए नई और रोचक थी। कीवर्ड्स की पहचान करने के लिए जो टूल बताये वो भी काम आएंगे। और आशा करता हूँ कि मेरे जैसे असंख्य ब्लॉगर्स के काम ये पोस्ट आएगी। धन्यवाद।
Rajiv
अगस्त 22, 2018 @ 7:44 अपराह्न
धन्यवाद.. इन उपायों को अपनाने के बाद अपना फीडबैक जरूर दीजिए…