एक ब्लॉगर के सामने ब्लॉगिंग की शुरुआत में आने वाली समस्याओं में सबसे बड़ी समस्या सही प्लेटफार्म चुनने की होती है. वैसे तो ब्लॉगिंग के लिए कई प्लेटफार्म उपलब्ध हैं, लेकिन ब्लॉगर्स में सर्वाधिक लोकप्रिय वर्डप्रेस और ब्लॉगर (blogspot) ही हैं. इसलिए चयन की दुविधा भी अक्सर इन्हीं दोनों के बीच रहती है. वर्डप्रेस और ब्लॉगर – दोनों के अपने फायदे और सीमाएँ हैं. किसी ब्लॉगर के लिए कौन सा प्लेटफार्म बेहतर होगा, यह काफी हद तक उसकी ज़रूरतों और अपेक्षाओं पर निर्भर है. इस पोस्ट में हम बारी-बारी दोनों प्लेटफॉर्म्स के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं की चर्चा करेंगे और यह जानने की कोशिश करेंगे कि कौन सा प्लेटफार्म किस लिहाज से बेहतर है.More
अच्छा ब्लॉग बनाना एक बात है और उस ब्लॉग पर विजिटर्स की संख्या बढ़ाना बिल्कुल दूसरी बात . आपने एक बहुत अच्छा ब्लॉग बनाया है . उस पर कंटेंट भी गुणवत्तापूर्ण है. इसके बावजूद आपके ब्लॉग को पढ़ने वालों की संख्या सीमित है. इसके क्या कारण हो सकते हैं?
वास्तव में ब्लॉग पर पाठकों की संख्या कम होने के कई कारण हो सकते हैं . उनमें से एक महत्वपूर्ण कारण है , आपके ब्लॉग की सुस्त रफ़्तार अर्थात धीमी पेज लोडिंग . ब्लॉग के पेज लोड होने में जितना ज्यादा समय लगेगा, उतना ही यह विजिटर्स को आपके ब्लॉग से दूर करेगा. आमतौर पर यह देखा गया कि अगर किसी पेज को खुलने में कुछ सेकंड से ज्यादा समय लग रहा है तो विजिटर उसे छोड़कर आगे बढ़ जाता है. एक अध्ययन के अनुसार, अगर किसी ब्लॉग के पेज लोडिंग में 3 सेकंड्स से ज्यादा समय लगता है, 40% विजिटर्स उसे बंद कर देते हैं.
अगर आप अपने ब्लॉग पर विजिटर को रोक कर रखना चाहते हैं तो यह अत्यधिक ज़रूरी है कि अपने ब्लॉग को फ़ास्ट पेज लोडिंग के लिए ऑप्टिमाइज़ करें. ब्लॉग के लोडिंग में लगने वाला समय जितना कम होगा, विजिटर के आपके ब्लॉग पर रहने और उसके वापस आने की संभावना उतनी ही अधिक होगी. ब्लॉग की सुस्त चाल आपके SEO को भी प्रभावित करती है. धीमी रफ़्तार वाले ब्लॉग सर्च इंजन्स की रैंकिंग में कभी अच्छा प्रदर्शन नहीं करते.
पेज लोडिंग को तेज कैसे करें
आइये देखते हैं कि किन उपायों को अपना कर अपने ब्लॉग की कछुए सी रफ़्तार को खरगोश के समान तेज बनाया जा सकता है. सबसे पहले अपने ब्लॉग की पेज लोडिंग स्पीड को चेक कीजिये . इसके लिए आप GTmetrix का प्रयोग कर सकते हैं. ब्लॉग की स्पीड चेक करने के बाद रिपोर्ट को सेव कर लीजिये.
GTmetrix के अतिरिक्त आप निम्नलिखित टूल्स का प्रयोग अपने ब्लॉग की स्पीड जांचने के लिए कर सकते हैं….
किसी भी ब्लॉग की रफ़्तार में उसमें इस्तेमाल तस्वीरों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. गौर करें , तो किसी भी वेबसाइट में मेमोरी का बड़ा हिस्सा तस्वीरों का होता है. तस्वीरों का यह ज्यादा बोझ ही ब्लॉगर के ब्लॉग के धीमा होने का भी बड़ा कारण है. तस्वीरों को ऑप्टिमाइज़ करते ही आपको अपने ब्लॉग की रफ़्तार में फर्क महसूस होने लगेगा. तो अब देखते हैं ,कैसे ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं ब्लॉग की तस्वीरों को .
(क) सही साइज़ की तस्वीरों का प्रयोग करें
अमूमन हम किसी भी आकार की तस्वीर पोस्ट के साथ लगा देते हैं और बाद में ब्लॉगर पर उसे html टैग से रिसाइज करते हैं. यह तरीका सही नहीं है, क्योंकि इससे ब्लॉग की गति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. वैसे भी html या css से तस्वीर को रिसाइज़ करने के बावज़ूद साइट पर लोड ओरिजिनल तस्वीर ही होती है. उचित यह है कि उसी आकार की तस्वीर अपलोड की जाय , जिस आकार में आप उसे ब्लॉग पर देखना चाहते हैं. तस्वीर को रिसाइज़ करने के लिए आप किसी भी इमेज एडिट टूल का सहारा ले सकते हैं.
अगर आप विंडोज का सिस्टम इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसके इनबिल्ट एडिट टूल (paint) का सहारा ले सकते हैं . इसके लिए अपने कंप्यूटर में तस्वीर पर राईट क्लिक कीजिये और उसके बाद एडिट का विकल्प चुनिए. इसके बाद तस्वीर एडिट के लिए ओपन हो जाएगी. स्क्रीन पर दिए गए निर्देशों का पालन करके आप आसानी से अपनी इमेज को रिसाइज़ कर सकते हैं. रिसाइज़ की हुई तस्वीर को ब्लॉग पर अपलोड करें. इसके बाद आपको html सेटिंग्स से इमेज को रिसाइज़ करने की ज़रुरत नहीं रहेगी.
(ख) तस्वीरों को कंप्रेस करें
अमूमन सामान्य तस्वीरें इतनी भारी भरकम होती हैं कि ये स्टोरेज के लिए 2 से 3 MB तक जगह घेरती हैं. ऐसी तस्वीरें वेब या ब्लॉग के अनुकूल नहीं होती. ये न सिर्फ आपके ब्लॉग को धीमा कर देती हैं, बल्कि सेल्फ होस्टेड अकाउंट में आपके संसाधनों का बड़ा हिस्सा व्यर्थ कर देती हैं. आप अपनी तस्वीरों को ब्लॉग पर अपलोड करने से पहले उन्हें कंप्रेस कर उनके भार को एक चौथाई से भी कम कर सकते हैं . उदहारण के लिए , आपके किसी पोस्ट में कोई तस्वीर 2 MB की है तो आप उसे कंप्रेस कर 300-400 kb की बना सकते हैं. ज़ाहिर है , किसी पेज पर 2 MB की तस्वीर को लोड होने में ज्यादा समय लगेगा, जबकि 300-400 kb की तस्वीर ज़ल्दी लोड होगी, जिससे पेज लोडिंग भी तेज होगी . चिंता न करें, आपकी तस्वीरों की गुणवत्ता पर इसका बहुत कम प्रभाव होगा, जो नंगी आँखों से दिखाई नहीं देगा. तस्वीरों को कंप्रेस करने के लिए आप ऑनलाइन उपलब्ध किसी भी टूल का सहारा ले सकते. कुछ ऑनलाइन इमेज कॉम्प्रेस्सिंग टूल नीचे देखें.
TinyPNG : मैं TinyPNG का प्रयोग करता हूँ. jpeg और png फाइल वाली तस्वीरों को कंप्रेस करने के लिए यह शानदार टूल है. कंप्रेस की हुई तस्वीरें अपने कंप्यूटर में सेव कर लें . अब आप इसे अपने ब्लॉग पर इस्तेमाल कर सकते हैं.
Optimizilla : अगर आप अपनी jpeg या png तस्वीरों को एक साथ कंप्रेस करना चाहते हैं तो Optimizilla का इस्तेमाल कर सकते हैं . यहाँ आप एक साथ 20 तस्वीरों को कंप्रेस कर सकते हैं.
Kraken : अगर आप अपनी तस्वीरों को कम्प्रेस करने के साथ साथ रिसाइज़ भी करना चाहते हैं तो Kraken एक बढ़िया विकल्प है. यद्यपि इसका प्रो वर्शन भी उपलब्ध है, लेकिन आपका ध्येय इसकी मुफ्त सेवा से ही पूरा हो जायगा.
JPEG Optimizer : अगर आप सिर्फ jpeg तस्वीरों को कंप्रेस करना चाहते हैं तो JPEG Optimizer का प्रयोग कर सकते हैं. यह तस्वीरों को कंप्रेस करने के साथ उन्हें रिसाइज़ भी करता है.
CompressNow : CompressNow पर आप तस्वीरों के कम्प्रेशन का प्रतिशत तय कर सकते हैं. पहले ज्यादा प्रतिशत के साथ ट्राई कीजिये . अगर आपको लगे कि तस्वीर की गुणवत्ता ज्यादा कम हो गई है तो प्रतिशत कम कर लें.
इस प्रकार आप इन टूल्स का प्रयोग करके अपनी तस्वीरों को ब्लॉग के लिए अनुकूल बना सकते हैं. ब्लॉग की तस्वीरों को कंप्रेस और रिसाइज़ तस्वीरों से बदलने के बाद इसकी पेज लोडिंग स्पीड को GTmetrix से दुबारा चेक करें. फर्क दिखा ? इसे और रफ़्तार देना चाहते हैं ? आगे चलें .
2. ब्लॉग होमपेज पर पोस्ट की संख्या सीमित करें
ब्लॉग के होमपेज पर जितने अधिक पोस्ट रहेंगे, पेज लोडिंग में उतना ही अधिक समय लगेगा. इसलिए होमपेज पर पोस्ट की संख्या को 10 तक सीमित रखें . अगर आपके पोस्ट अधिक लंबे हैं (2500 शब्द या उससे अधिक ) तो पोस्ट की संख्या को और कम रखें.
ब्लॉगर पर होमपेज पोस्ट की संख्या कैसे सीमित करें
(क) सबसे पहले अपने ब्लॉगर अकाउंट में लॉग इन करें.
(ख) बाईं और के पैनल में Layout पर क्लिक करें.
(ग) अब आपकी थीम का layout खुल जायगा. इसमें Blog Posts ढूंढें और उसके Edit विकल्प पर क्लिक करें . (समझने के लिए नीचे की तस्वीर देखें )
(घ) Configure Blog Posts का एक पॉप अप खुलेगा . इसमें मेन पेज आप्शन्स का पहला विकल्प होम पेज पर पोस्ट की संख्या निर्धारित करने का है . 10 या उससे नीचे की कोई पोस्ट संख्या चुनें और सबसे नीचे सेव बटन दबाकर सेव कर लें. अपने ब्लॉग के होमपेज पर जाकर देखें . अब उस पर उतनी ही पोस्ट प्रदर्शित होगी , जितने आपने निर्धारित किये हैं.
3. होमपेज पर पूरे पोस्ट की जगह अंश दिखाएँ
होमपेज पर लंबे-लंबे पोस्ट प्रदर्शित करने की जगह उसका छोटा सा अंश दिखाना भी आपके ब्लॉग की पेज लोडिंग स्पीड को बढ़ा सकता है. इस स्थिति में पूरे पोस्ट की जगह उसका छोटा हिस्सा ही लोड होगा, जिसमें अपेक्षाकृत कम समय लगेगा. पूरे पोस्ट की बजाय पोस्ट का हिस्सा दिखाने के लिए किसी भी पोस्ट के एडिट आप्शन में जाएँ और उस स्थान पर क्लिक करें, जहाँ तक का हिस्सा आप पोस्ट के अंश में दिखाना चाहते हैं. अब नीचे चित्र में दिखाए गए ढंग से insert jump break पर क्लिक करें. अब पोस्ट का उतना ही हिस्सा होमपेज पर दिखेगा.
4. गैरज़रूरी गैजेट न रखें
ब्लॉग में जितने गैजेट होंगे, ब्लॉग उतना ही धीमा होगा. कई बार हम अपने ब्लॉग पर उन गैजेट्स को भी जोड़ लेते हैं, जिनकी हमें कतई ज़रुरत नहीं होती. ये गैजेट्स कई बार तो हम दूसरे ब्लॉग्स की देखादेखी जोड़ लेते हैं तो कई बार ये उन थीम्स के साथ आ जाती हैं, जिन्हें हम अपने ब्लॉग के लिए इस्तेमाल करते हैं. ये गैरज़रूरी गैजेट्स पेज लोडिंग तो धीमी करते ही हैं, पाठकों का ध्यान भी पोस्ट से बाहर ले जाते हैं. किसी भी ब्लॉग का केंद्र उसके पोस्ट होते हैं. हर ब्लॉगर की पहली कोशिश यही होनी चाहिए कि उसके पाठकों का ज्यादा से ज्यादा ध्यान पोस्ट की और रहे. इसलिए, कोशिश करें कि पोस्ट की साइडबार में उतने ही गैजेट्स रहें, जितने ज़रूरी हैं.
किसी भी गैजेट को हटाने के लिए
1. ब्लॉग के लेआउट में जाएँ.
2. उस गैजेट के एडिट बटन पर क्लिक करें. एक पॉपअप खुलेगा.
3. यहाँ रिमूव पर क्लिक करे. गैजेट आपके लेआउट से रिमूव हो जायगा.
5. जावास्क्रिप्ट और एचटीएमएल कोड का प्रयोग कम से कम करें
किसी भी साईट पर जावास्क्रिप्ट और एचटीएमएल अलग-अलग लोड होते हैं. इसलिए, इनका ज्यादा प्रयोग आपके ब्लॉग के लोड होने के समय को बढ़ा देता है. कोशिश करें, कि इनका प्रयोग कम से कम हो . अगर प्रयोग करना ज़रूरी हो , तो इसके लिए ब्लॉग के निचले हिस्से (बॉटम) को चुनें. ध्यान रखें, आपके ब्लॉग के लोड होने का क्रम ऊपर से नीचे की ओर होता है. इसलिए, भारी भरकम कोड अगर ब्लॉग के निचले हिस्से में रखे जाएँ तो इनके लोड होने से पहले ब्लॉग के ऊपर का हिस्सा लोड हो जाता है और आपके पाठक को प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती.
अगर आपने इन कोड्स का प्रयोग गैजेट्स में कर रखा है, तो उन्हें नीचे ले जाना आसान है. ब्लॉग के लेआउट में जाएँ और इन गैजेट्स को ड्रैग कर फूटर और साइडबार या पोस्ट के निचले हिस्से में ले जाएँ. अगर जावास्क्रिप्ट ये एचटीएमएल का प्रयोग ब्लॉग की मेन बॉडी में किया है तो उसे क्लोजिंग बॉडी टैग ( </body> ) के ठीक पहले पेस्ट करें.
अब ऊपर बताये टूल्स की मदद से अपने ब्लॉग की पेज लोडिंग फिर से चेक करें. क्यों ? हो गया ना आपका ब्लॉग सुपरफास्ट ?
SEO या सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन संक्षेप में उन तकनीकों या उपायों को कहते हैं, जो आपकी वेबसाईट को सर्च इंजन्स की लिस्ट में ऊपर लाने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं. सर्च इंजन वो प्रोग्राम हैं , जिनकी सहायता से हम इंटरनेट पर किसी भी कंटेंट को ढूंढते हैं. इसका सीधा सा अर्थ ये है कि कोई साईट सर्च इंजन की लिस्ट में जितनी ऊपर होगी , उसके विजिटर्स की संख्या उतनी ही ज्यादा होगी. गूगल , बिंग और याहू के अतिरिक्त कई स्थानीय सर्च इंजन्स हैं जिनका उपयोग इन्टरनेट प्रयोक्ता करते हैं. इन इंजन्स की लिस्ट में ऊपर आना ही SEO का तात्पर्य है, ताकि कोई इंटरनेट यूजर जब इन पर कुछ ढूंढें तो उसे आपकी वेबसाइट उनकी सूची में ऊपर दिखाई दे. दूसरे शब्दों में जितना बेहतर SEO, उतने ही ज्यादा विजिटर्स .
SEO कैसे काम करता है?
सर्च इंजन्स इन्टरनेट पर मौजूद उपयोगी कंटेंट की सूची तैयार करते हैं और उन्हें उनके विषय के हिसाब से सूचीबद्ध करते हैं. सर्च इंजन्स के bots विभिन वेबसाइट्स के पृष्ठों का भ्रमण और विश्लेषण करते हैं , जिसके बाद सर्च इंजन्स उन पृष्ठों की इंडेक्सिंग करते हैं. अर्थात् उन्हें विषयवार छांटते हैं. जिन विषयों के आधार पर सर्च इंजन्स पृष्ठों और साइट्स की इंडेक्सिंग करते हैं, उनका निर्धारण की वर्ड्स के आधार पर होता है.
साइट्स की इंडेक्सिंग करने में सर्च इंजन्स कई बातों पर नज़र रखते हैं. साईट की विश्वसनीयता , कंटेंट की गुणवत्ता, उनके विषय , साईट में दिए गए लिंक्स की गुणवत्ता, आपकी साईट के लिंक का इस्तेमाल करने वाली साइट्स की विश्वसनीयता, साईट की स्पीड आदि. वस्तुतः एक ब्लॉगर को अपना ब्लॉग बनाने के दिन से ही SEO को दिमाग में रखना होता है. ब्लॉग का नाम , उसके पोस्ट के टाइटल , पोस्ट में इस्तेमाल किये गए कीवर्ड्स , मीडिया ..इन सब पर सर्च इंजन्स की नजर रहती है. अतः हमें इसका ध्यान रखना होता है .
आपके ब्लॉग के लिए SEO क्यों ज़रूरी है ?
किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग की सफलता का सबसे बड़ा पैमाना उसके विजिटर्स की संख्या है. इस लिहाज से किसी भी वेबसाइट के लिए SEO अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है.
अगर आपकी योजना भविष्य में ब्लॉग से अर्थोपार्जन की है, तो भी ये ज़रूरी है कि विजिटर बड़ी संख्या में आपके ब्लॉग पर आयें . इसमें सबसे बड़ी भूमिका SEO की है.
इन्टरनेट प्रयोक्ता सर्च इंजन्स पर विश्वास करते हैं. अर्थात् अगर कोई सर्च इंजन आपके ब्लॉग को अच्छी रैंकिंग देता है, तो आपके ब्लॉग में प्रयोक्ताओं का भरोसा बढेगा.
इन सब कारणों से SEO किसी ब्लॉग या वेबसाइट की सफलता के बड़े कारकों में से है. ब्लॉगर या वर्डप्रेस पर अपना ब्लॉग कैसे बनाएँ, इसकी चर्चा हम पहले कर चुके हैं. आगे के पोस्ट्स में हम उन नियमों और उपायों की बात करेंगे, जिनका अनुसरण करके आप अपने ब्लॉग का SEO स्वयं कर सकते हैं. पढ़ते रहिये.
ब्लॉगिंग के फ्री प्लेटफॉर्म्स में ब्लॉगर की तरह दूसरा लोकप्रिय प्लेटफार्म है -वर्डप्रेस . अपने पहले ब्लॉग के लिए वर्डप्रेस आपकी पहली पसंद हो सकता है. वर्डप्रेस का एक फायदा यह भी है कि जब आप बाद में अपने ब्लॉग को सेल्फ होस्टेड ब्लॉग के रूप में परिवर्तित करना चाहें तो आसानी से किसी भी सर्वर पर अपने पुराने ब्लॉग को होस्ट कर सकते हैं.
वर्डप्रेस पर ब्लॉग बनाना अधिक जटिल नहीं है और आप बड़ी आसानी से कुछ चरणों में यह कार्य पूरा कर सकते हैं. आगे देखते हैं वर्डप्रेस पर ब्लॉग बनाने की चरणबद्ध प्रक्रिया …
अपने ब्लॉग के लिए एक पता चुने . यह abc.wordpress.com के फॉर्मेट में होगा. नीचे की तस्वीर के अनुसार फ्री विकल्प का चयन करें.
अगले चरण में फिर से फ्री विकल्प का चयन करें और उसके बाद अपने ईमेल की सहायता से अकाउंट बनायें. अपनी इच्छा से कोई भी पासवर्ड चुनें. अपने मेल के पासवर्ड का इस्तेमाल न करें. अकाउंट बनाने के बाद वर्डप्रेस द्वारा आपके मेल पर भेजे लिंक को क्लिक कर अपने अकाउंट को वेरीफाई करें.
अब अपने वर्डप्रेस अकाउंट में लॉग इन करें . आप अपने पहले पोस्ट के लिए तैयार हैं. Publish your first blog post पर क्लिक कीजिये और शुरू हो जाइए…
अधिकांश पाठकों को यह बताने की ज़रुरत नहीं है कि ब्लॉग किसे कहते हैं. जो नहीं जानते उनके लिए , ब्लॉग एक ऐसी वेबसाइट होती है, जहाँ आप अपने अनुभव और ज्ञान को दूसरों के साथ शेयर कर सकते हैं. ब्लॉग आजकल सिर्फ शौक की चीज़ नहीं बल्कि अर्थोपार्जन के एक माध्यम के रूप में उभरा है. ब्लॉगिंग शुरू करने के लिए कई प्लेटफॉर्म्स उपलब्ध हैं , जिनमें कुछ मुफ्त हैं तो कुछ के लिए भुगतान करने की ज़रुरत होती. अधिकांश ब्लॉगर आरंभ में पैसे खर्च करने के स्थान पर फ्री ब्लॉगिंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल करना ही बेहतर समझते हैं. अगर फ्री ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म्स की बात की जाय तो ब्लॉगर्स में सर्वाधिक लोकप्रिय हैं – गूगल का ब्लॉगर और वर्डप्रेस . दोनों के ही अपने फायदे और नुकसान हैं, फिर भी ये दोनों ब्लॉगरर्स की पहली पसंद हैं. अगर आप अपना पहला ब्लॉग बनाना चाहते हैं और शुरुआत में इस पर पैसे खर्च नहीं करना चाहते तो ब्लॉगर आपके लिए सर्वाधिक सही विकल्प हो सकता है. आज हम चर्चा करेंगे कि ब्लॉगर पर अपना ब्लॉग कैसे बनाया जाय .
ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाना एक नौसिखिये के लिए भी ज्यादा कठिन नहीं है और आप आसानी से दस मिनट के अंदर अपना ब्लॉग बना सकते हैं. तो चलिए, शुरू करते हैं.
www.blogger.com पर जाएँ और create your blog पर क्लिक करें.
अपने जीमेल अकाउंट से लॉग इन करें. सामने एक बॉक्स खुलेगा.
अपने ब्लॉग का जो भी नाम आप देना चाहते हैं , टाइटल बॉक्स में टाइप करें.
टाइटल बॉक्स के ठीक नीचे एड्रेस बॉक्स है. एड्रेस कुछ यूँ होगा – myblog.blogspot.com
ध्यान दें , आपका यह ब्लॉग एड्रेस blogspot.com के सबडोमेन के रूप में होगा . अगर आप चाहें तो बाद में अपने ब्लॉग को अपने कस्टम डोमेन पर रिडायरेक्ट कर सकते हैं.
एड्रेस भरने के बाद नीचे Create Blog पर क्लिक करें. लीजिये आपका ब्लॉग तैयार हो गया.
New Post पर क्लिक कीजिये और अपना पहला पोस्ट लिखना शुरू कीजिये.